यह कविता संघशक्ति के किसी अंक से नोट की थी। शायद ४० वर्ष पूर्व के आसपास।
बिणजारो
मैं बिणजारो राजस्थान रो
ल्यायो हूँ सन्देश , अणमोल ले ल्यो जी
राणा जी रो भालो ल्यायो ,
सांगा जी रो खांडो ल्यायो ,
मां पदमण री ल्यायो चुन्दडी - जौहर रो सन्देश !
अणमोल लेल्यो जी
ल्यायो हूँ सन्देश
हल्दीघाटी री रज ल्यायो
चेटक सो एक घोड़ो ल्यायो
हाडी जी री ल्यायो कटारी - मुंडमाल संदेश !
अणमोल लेल्यो जी
ल्यायो हूँ सन्देश
जयमल फता री छवि ल्यायो
बादल सो बचपन ले आयो
मीरां री शक्ति रो प्यालो - भक्ति रो सन्देश !
अणमोल लेल्यो जी
ल्यायो हूँ सन्देश
हाथी दांत रो चुडलो ल्यायो
गढ़ चितोड़ री महंदी ल्यायो
केसरियां वीरां रो बानो - शाका रो सन्देश !
अणमोल लेल्यो जी
ल्यायो हूँ सन्देश
राव हम्मीर रो हठ ले आयो
दुर्गादास रो प्रण ले आयो
जोधाणे सो ल्यायो गौरव - मरुधर रो संदेश !
अणमोल लेल्यो जी
ल्यायो हूँ संदेश
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