कन्हया लाल सेठिया राजस्थानी के जानेमाने कवी गीतकार .उन की एक छोटी सी कविता :
थोथो थूक बिलोवे क्यूँ ?
निज रा दोष लुकावे क्यूँ ?
साव लूण री पोवे क्यूँ ?
पर रा ओगुण जोवे क्यूँ ?
... बीज बैर रा बोवे क्यूँ ?
मिनख जमारो खोवे क्यूँ ?
मांड्या आखर डोवेक्यूँ ?
बनती बात कचोवे क्यूँ
मैं रो मलबो ढ़ोवे क्यूँ
दिन में दिवलो जोवे क्यूँ
जागण बेल्याँ सोवे क्यूँ ?See more
थोथो थूक बिलोवे क्यूँ ?
निज रा दोष लुकावे क्यूँ ?
साव लूण री पोवे क्यूँ ?
पर रा ओगुण जोवे क्यूँ ?
... बीज बैर रा बोवे क्यूँ ?
मिनख जमारो खोवे क्यूँ ?
मांड्या आखर डोवेक्यूँ ?
बनती बात कचोवे क्यूँ
मैं रो मलबो ढ़ोवे क्यूँ
दिन में दिवलो जोवे क्यूँ
जागण बेल्याँ सोवे क्यूँ ?See more
Very Nice
ReplyDeleteशानदार
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