Wednesday, March 13, 2013

यह कविता संघशक्ति के किसी अंक से नोट की थी। शायद ४० वर्ष पूर्व के आसपास। 
                                               बिणजारो 
मैं बिणजारो राजस्थान रो 
ल्यायो हूँ सन्देश , अणमोल ले ल्यो जी 
राणा जी रो भालो ल्यायो ,
सांगा  जी रो खांडो ल्यायो ,
मां पदमण री ल्यायो चुन्दडी - जौहर रो सन्देश !
अणमोल लेल्यो जी 
ल्यायो हूँ सन्देश 
हल्दीघाटी री  रज ल्यायो 
चेटक सो एक घोड़ो ल्यायो 
हाडी जी री ल्यायो कटारी - मुंडमाल संदेश !
अणमोल लेल्यो जी 
ल्यायो हूँ सन्देश 
जयमल फता री छवि ल्यायो 
बादल सो बचपन ले आयो 
मीरां री शक्ति रो प्यालो - भक्ति रो सन्देश !
अणमोल लेल्यो जी
ल्यायो हूँ सन्देश 
हाथी दांत रो चुडलो ल्यायो 
गढ़ चितोड़ री महंदी ल्यायो 
केसरियां वीरां रो बानो - शाका रो सन्देश !
अणमोल लेल्यो जी 
ल्यायो हूँ सन्देश 
राव हम्मीर रो हठ ले आयो 
दुर्गादास रो प्रण ले आयो 
जोधाणे सो ल्यायो गौरव - मरुधर रो संदेश !
अणमोल लेल्यो जी 
ल्यायो हूँ संदेश   





 
       

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